जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर

जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर

जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर

जागना भी कबूल हैं तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ !!


Jaagana bhee kabool hain teree yaadon mein raat bhar,
Tere ehasaason mein jo sukoon hai vo neend mein kahaan !!